परिवार की टूटती डोर जैसे संभल सी गई हो। परिवार की टूटती डोर जैसे संभल सी गई हो।
आज आप है व्यस्त मगर, कुछ पल उनको भी देना। जीवन तुम पर किया निछावर, हाय न उनकी लेना। आज आप है व्यस्त मगर, कुछ पल उनको भी देना। जीवन तुम पर किया निछावर, हाय...
समझाया हमको भी अपनों ने की कई बार हो गयी समझे न हम लौ की भभक को की ज्वाला तेज हो गयी समझाया हमको भी अपनों ने की कई बार हो गयी समझे न हम लौ की भभक को की ज्वाला तेज...
चिंता के लिए सबसे अच्छा और पक्का मारक या ब्रह्मास्त्र अपने आप को पूरी तरह से व्यस्त चिंता के लिए सबसे अच्छा और पक्का मारक या ब्रह्मास्त्र अपने आप को पूरी तरह से...
कुछ नहीं कहता किसी से बस ख़ामोश सा रहता है इस यकीन के साथ कुछ नहीं कहता किसी से बस ख़ामोश सा रहता है इस यकीन के साथ
क्योंकि मुझे उन्हें है बताना कि हर बार जो दिखता है वो होता नहीं और जो होता है वह अक्सर दिखाई नही... क्योंकि मुझे उन्हें है बताना कि हर बार जो दिखता है वो होता नहीं और जो होता है...